दोस्तों कहते है कर्मो से बड़ा कुछ नहीं है, जो जैसा भी करता है उसे उसका परिणाम इसी जनम में यही पर भोग कर जाना पड़ता है, लेकिन बहोत से ऐसे अज्ञानी लोग भी है जो दुसरो को हानि या तकलीफ बहुचाकर समझते हैं की उन्हें कोई तकलीफ नहीं होगी, इसीलिए ऐसे लग जान बुझ कर लोगो के साथ खिलवाड़ करते है, ऐसे लोगो पर दया के अलावा कुछ नहीं किया जा सकता क्यूंकि जो उनके साथ होने वाला है उससे ये लोग अभी तक अनजान है, अगर किसी ने आपके साथ भी कुछ गलत किया है तो ऐसे लोगो को जाने दो वक़्त अपने आप इनका हिसाब कर देगा, आप बस अपने कर्म करते रहिये! ॐ नमः शिवाय
जो आप की बुराई करते हैं
करने दो क्यूंकि ऐसी छोटी हरकत
छोटी सोच के लोग ही करते हैं !
चक्रवयूह रचने वाले सारे अपने ही होते हैं
कल भी यही सच था और आज भी यही सच है !
किसी ने पूछा
इस दुनिआ में आपका अपना कौन है ?
मैंने हंसकर कहा "समय" अगर वो सही है
तो सभी अपने है, वर्ण कोई नहीं !!
"घमंड मत करो"
क्यूंकि पत्थर जब भी पानी में गिरता है
तो अपने ही वजन से डूब जाता है !
ज़िन्दगी में सब कुछ दुबारा मिल सकता है
"लेकिन" वक़्त के साथ खोया हुआ
रिश्ता और भरोसा दोबारा नहीं मिलता
वक़्त दिखाई नहीं देता है पर
बहोत कुछ दिखा देता है
अपनापन तो हर कोई दिखता है पर
अपना कौन है ये वक़्त दिखता है ...
रोता वही है जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते को
वरना मतलब का रिश्ता रखने वालों की आँखों में
न शर्म होती है और न ही पानी !
कभी गिर जाओ तो खुद ही उठ जाना दोस्तों
क्यूंकि लोग सिर्फ गिरे हुए पैसे उठाते है, इंसान नहीं !!
हीरा परखने वाले से पीड़ा परखने वाला व्यक्ति
ज्यादा महत्वपूर्ण होता है!!
अगर आपका प्रेम आपकी पीड़ा ही नहीं परख सकता
तो उस व्यक्ति ने कभी आपसे प्रेम किया ही नहीं था !!
अगर रिश्ता निभाना है तो कुछ बातो को नज़रअंदाज़ करना भी सीखो.
हर बहस में जीतने की कोशिश करने वाले अक्सर रिश्ते हार जाते हैं !!
ना जाने किस मोड़ पर आकर रुक गयी है ज़िन्दगी
कुछ बोलू तो भी गलत न बोलू तो भी गलत..!!
इस दुनिआ का कोई रंग नहीं कोई ढंग नहीं..
पैसा पास है तो सब कुछ है, वर्ना कोई संग नहीं !!
सच्चाई हमेशा खामोश रहने वाले इंसान के अंदर ही मिलती है !
झूठ बोलने वाले तो हमेशा शोर मचाते रहते हैं !!!
हमारी ख़ामोशी को हमारा घमंड न समझो
बस कुछ ठोकरे ही ऐसी खाई है की बोलने का मन नहीं करता !!
जो अपना है ही नहीं उस पर हक़ क्या जताना !!
जो तकलीफ न समझे उसे दर्द क्या बताना !!!!
मुफ्त में सिर्फ माँ बाप का प्यार मिलता है,
इसके बाद दुनिया में हर रिश्ते के लिए
कुछ न कुछ चुकाना पड़ता है ...!!
कुछ बाते ऐसी होती है जिन्हे बोलने वाला शक्श
तो भूल जाता है,
मगर सुनने वाले इंसान के मन में तीर की तरह
चुभती रहती हैं !!
कलयुग की दुनिआ है साहब
कदर उसकी नहीं होती जो
सच में रिश्ते निभाता है
कदर उसकी होती है
जो सबसे ज्यादा दिखावा करता है !!
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